राहुल पाठक:08/02/2024
सहजन को मोरिंगा भी कहा जाता है. आमतौर पर लोग सहजन का प्रयोग केवल उसकी सब्जी बनाने के लिए करते हैं. बहुत कम लोगों को ये पता है कि मोरिंगा का सेहत के लिए और भी कई तरीकों से फायदेमंद होता है. मोरिंगा का इस्तेमाल एक औषधि के रूप में भी किया जाता है
सहजन को अंग्रेजी में “Moringa” कहते हैं और यह एक प्रकार का पौधा है जिसे आमतौर पर ड्रमस्टिक या होर्टिकल्चरल क्षेत्रों में उगाया जाता है। यह पौधा अफ्रीका, एशिया, और लेटिन अमेरिका के कुछ हिस्सों में पाया जाता है। इसके फल, पत्तियाँ, और बीज सेहत के लिए लाभदायक होते हैं और इसका उपयोग भोजन में, आयुर्वेदिक दवाओं में, और कृषि में किया जाता है।
मोरिंगा खाने के कई फायदे होते हैं। इसमें विटामिन, मिनरल्स, एंटीऑक्सीडेंट्स, और अमीनो एसिड्स की अच्छी मात्रा होती है।
सहजन के लाभ निम्नलिखित हैं:
1. पोषण: मोरिंगा में प्रोटीन, कैल्शियम, पोटैशियम, और विटामिन C जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं।
2. तंतुरता को संतुलित करने में मदद: इसमें मोरिंगीन, जो एक प्रोटीन है, वजन को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है।
3. एंटीऑक्सीडेंट्स का स्रोत: इसमें विटामिन C, बीटा-कैरोटीन, क्वरसेटिन, और क्वरसेटिनेन के स्रोत के रूप में एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं, जो सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं।
4. इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद: इसमें पाए जाने वाले विटामिन C और अन्य पोषक तत्व इम्यून सिस्टम को मजबूत कर सकते हैं।
5. खून की शुद्धि: मोरिंगा में पाए जाने वाले तत्व रक्त में हेमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ा सकते हैं, जिससे खून की शुद्धि होती है।
यह तो कुछ मोरिंगा के फायदे हैं, हालांकि ध्यान दें कि हर व्यक्ति की शारीरिक आवश्यकताओं और स्वास्थ्य स्थितियों के अनुसार इसका उपयोग करें।
सहजन का उपयोग:
सहजन का उपयोग कई तरह से किया जा सकता है। यहां कुछ प्रमुख उपयोगों की एक सूची है:
1. पोषण: मोरिंगा के पत्ते, फल, और बीजों में पोषण भरपूर मात्रा में होता है, जिससे शरीर को आवश्यक पोषक तत्व मिलते हैं।
2. औषधीय उपयोग: मोरिंगा का उपयोग आयुर्वेद में भी किया जाता है। इसे विभिन्न बीमारियों के इलाज में उपयोगी माना जाता है, जैसे कि डायबिटीज, गठिया, और डिफिशेंसी।
3. स्वास्थ्य लाभ: मोरिंगा में विटामिन, मिनरल्स, और एंटीऑक्सीडेंट्स की अच्छी मात्रा होती है, जो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं।
4. खाद्य संपदा: मोरिंगा के पत्तों और फलों को खाने के लिए भोजन में शामिल किया जा सकता है, जिससे भोजन की पौष्टिकता बढ़ सकती है।
5. कृषि: मोरिंगा का पौधा कृषि में भी उगाया जा सकता है, जो किसानों को आर्थिक लाभ प्रदान करता है और उन्हें विभिन्न उत्पादों के रूप में बेचा जा सकता है।
ये केवल कुछ उपयोग हैं, मोरिंगा के और भी अनेक उपयोग हो सकते हैं, जो व्यक्ति के स्वास्थ्य और प्राकृतिक संसाधनों के साथ संबंधित होते हैं।
सहजन को कई तरह से उपयोग किया जाता है, जैसे कि:
1. पत्ते: मोरिंगा के पत्ते सब्जी के रूप में खाए जा सकते हैं। इन्हें सलाद, सूप, स्टीव, या स्नैक्स के रूप में भी उपयोग किया जा सकता है।
2. फल: मोरिंगा के फलों को खाने के लिए या फिर सांचे में सूप या चटनी के रूप में उपयोग किया जा सकता है।
3. बीज: मोरिंगा के बीजों को सूखाकर या ताजा रूप में खाया जा सकता है और इन्हें चटनी, सूप, या दाल में भी शामिल किया जा सकता है।
4. आयुर्वेदिक दवा: मोरिंगा का पाउडर और तेल आयुर्वेदिक दवाओं के रूप में उपयोग किया जाता है, जैसे कि चूर्ण, कैप्सूल, या लिंगमेंट।
5. कृषि: मोरिंगा के पौधे को कृषि में उगाया जाता है और इसके उपयोग किये जाते हैं उदाहरण के लिए खाद्य, चारा, और कंपोस्ट तैयार करने के लिए।
ये कुछ प्रमुख तरीके हैं जिनमें मोरिंगा का उपयोग किया जाता है, हालांकि इसका उपयोग अन्य भी तरीकों में किया जा सकता है, जो व्यक्ति की आवश्यकताओं और स्थितियों पर निर्भर करता है।
कहां पाया जाता है सहजन?
सहजन पौधे को विभिन्न भागों में दुनियाभर में पाया जाता है, विशेष रूप से अफ्रीका, एशिया, और लेटिन अमेरिका के कुछ हिस्सों में। इसका वैज्ञानिक नाम “Moringa oleifera” है। मोरिंगा के पौधों को आमतौर पर उच्च तापमान और अच्छी नमी वाले क्षेत्रों में उगाया जाता है। इसे कृषि और आर्गेनिक खेती के रूप में भी उगाया जा सकता है। यह एक प्रसिद्ध पौधा है जिसका उपयोग भोजन, औषधि, और कृषि में किया जाता है।
सहजन की खेती कई तरह के लाभ प्रदान कर सकती है, जैसे कि:
1. पोषक तत्वों का समृद्ध स्रोत: मोरिंगा में विटामिन, मिनरल्स, प्रोटीन, अमीनो एसिड्स, और अन्य पोषक तत्व होते हैं जो सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं।
2. औषधीय गुण: मोरिंगा के पत्ते, बीज, और तने में औषधीय गुण होते हैं जो कई बीमारियों के इलाज में मददगार साबित हो सकते हैं।
3. वाणिज्यिक मूल्य: मोरिंगा के उत्पादों का व्यापार करने से आप वाणिज्यिक रूप से लाभान्वित हो सकते हैं, क्योंकि इसकी मांग विभिन्न उत्पादों में उच्च होती है, जैसे कि पाउडर, तेल, या स्वास्थ्य उत्पाद।
4. अर्थव्यवस्था को सहारा: मोरिंगा की खेती से न केवल किसानों को लाभ मिलता है, बल्कि यह लोगों को रोजगार के अवसर भी प्रदान करती है और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करती है।
इन लाभों के साथ-साथ, मोरिंगा की खेती जल संरक्षण, जलवायु परिवर्तन से लड़ाई, और वनस्पति संरक्षण के लिए भी मददगार हो सकती है।