हरदोई: 9/1/2024
उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में एक निजी हॉस्पिटल में प्रसव के बाद एक नवजात शिशु की मौत हो गई।इसके बाद परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर डॉक्टर न होने और अप्रशिक्षित लोगों द्वारा नवजात बच्चे का उपचार में लापरवाही करने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया।अस्पताल में हंगामे की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने हंगामा शांत कराकर परिजनों को सीएमओ के पास पूरे मामले की शिकायत के लिए भेजा।उपचार में लापरवाही की शिकायत मिलने के बाद पूरे प्रकरण की जांच के लिए सीएमओ ने नोडल अधिकारी जांच के लिए भेजा है। सीएमओ के मुताबिक परिवार वालो के आरोपों की गहराई से जांच की जाएगी और जांच रिपोर्ट आने के बाद उपचार में लापरवाही और बिना डॉक्टर के उपचार होने की बात मिलने पर मामले में मुकदमा दर्ज करके हॉस्पिटल बंद कराने की कार्यवाही की जाएगी।
हरदोई जिले में कोतवाली शहर के कसियापुर निवासी विजय कुमार की पत्नी शिल्पी को प्रसव पीड़ा के बाद आशा बहू सरकारी अस्पताल ले जाने की बजाय शहर के बिलग्राम चुंगी के निकट मयूर हॉस्पिटल डिलीवरी के लिए ले गई।विजय कुमार ने बताया कि लापरवाही से प्रसव कराने के कुछ देर बाद नवजात शिशु की हालत बिगड़ गई ,चिकित्सकों के लापरवाही के चलते भर्ती रहने के बाद उनके बच्चे की अस्पताल में डेथ हो गई।विजय कुमार का आरोप है कि जिस अस्पताल में इलाज के अभाव में नवजात शिशु की मौत हुई है वहां पर जिस डॉक्टर के नाम से अस्पताल का रजिस्ट्रेशन है वह डॉक्टर वहां पर नहीं पहुंचते हैं। जबकि अप्रशिक्षित लोगों के जरिये उपचार किया गया जिससे सही इलाज के अभाव में नवजात शिशु की मौत हो गयी। नवजात बालक की मौत के बाद अस्पताल पर परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा काटना शुरू किया। इस पर वहां पर मौजूद अस्पताल प्रशासन ने उन्हें अस्पताल से बाहर जाने की बात कही। अस्पताल में हंगामे की सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने परिजनों को शांत कराकर उन्हें पूरे मामले की शिकायत करने के लिए सीएमओ के पास भेजा।सीएमओ डॉक्टर रोहताश कुमार ने बताया कि मामले में शिकायत मिली है परिजनों ने उपचार में लापरवाही और बिना डॉक्टर के उपचार करने का आरोप लगाया है। पूरे मामले की जांच के लिए नोडल अधिकारी को अस्पताल भेज कर जांच कराई जा रही और आरोप साबित होने पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
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