शुभम पांडेयः
लखनऊः- सबको शिक्षा का समान अधिकार मिले, हर प्रतिभावान छात्र शिक्षित हो, इसके लिए केंद्र और प्रदेश सरकार कई तरह की योजनाएं चला रही है। ताकि देश औऱ प्रदेश में शिक्षा का स्तर बेहतर हो सके।सरकार का लक्ष्य है कि अमीर-गरीब हर घर का बच्चा शिक्षित हो, और गरीबी के कारण उसे शिक्षा से वंचित ना हो पड़े। इसको ध्यान में रखते हुए यूपी की योगी सरकार ने प्रदेश में अभ्युदय योजना की शुरुवात किया है। सरकार का मानना है कि इस अभ्युदय योजना से गरीब घर बच्चे भी बेहतर और उच्च श्रेणी की शिक्षा मिलेंगी. इस योजना की मदद से प्रतिभावान छात्रों के जीवन में काफी परिवर्तन आएंगा। ये योजना ऐसे छात्रों के लिए गरीबी के अंधेरे में उजालें की वो किरण है जिसकी मदद से ऐसे होनहार छात्रों के जीवन में सूर्य की तरह चमक लेकर आएंगी।
गरीब घर के बच्चों को अफसर बनाएगी योगी सरकार… जानिए क्या हैं योगी की अभ्युदय योजना…
उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना का शुभारंभ 15 फरवरी 2021 राज्य के स्थापना दिवस पर किया गया था, ऐसे कई छात्र-छात्राएं है। जिनकी आर्थिक स्थिति मजबूत न होने की वजह से प्रतियोगी परिक्षाओं के लिए कोचिंग नही कर पाते है और न ही दूसरे जिलों में जाने का खर्च उठा पाते है। ऐसे सभी छात्रों के लिए प्रदेश की सरकार ने मुख्य्मंत्री अभ्युदय योजना का शुभारंभ किया है। इस योजना के अन्तर्गत आर्थिक रूप से कमजोर और गरीब अभ्यर्थियों को प्रतियोगी परिक्षाओं के लिए निशुल्क कोचिंग की व्यवस्था बनाई गई है। ताकि जो गरीब है वो इस योजना का लाभ उठा कर अपने उज्ज्वल भविष्य का निर्माण कर सके , सफलता को अपनी मुट्ठी में कर सके और प्रदेश की इस योजना के माध्यम से प्रदेश के छात्र आत्मनिर्भरता की तरफ आगे बढ़ सके।
इस योजना में बसंत पंचमी के दिन से कक्षाओं का प्रारम्भ किया जायेगा, जिसमे मुख्य्मंत्री अभ्युदय योजना में अन्य कई अफसरों द्वारा प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराई जाएगी। इसके अंतर्गत संघ लोक सेवा, उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग, केंद्रीय पुलिस बल, एस एस एफ, टी ई टी , जैसी कोचिंग की सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है।
इस योजना के अंतर्गत संचालित कोचिगों की संस्थाओं में विशेष रूप से प्रदेश के अधिकारियों के द्वारा भी कोचिंग की व्यवस्था कराई गई है एवं सर्वोत्तम फैकल्टी की सुविधा भी दी जा रही है। साथ की अभियार्थियों को ऑनलाइन या ऑफलाइन माध्यम की सुविधा की प्रदान की गई है।
मुख्यमत्री अभ्युदय योजना में योगी सरकार ने राज्य के गरीब अभियार्थियों के परिवार को शिक्षा के मार्ग पर चलने की नई दिशा दिखाने के साथ साथ उनको शिक्षा के रास्ते को बढ़ावा देने का मार्ग निकला है। जिससे कई परिवार अपने बच्चो को आगे बढ़ता देख उनके उज्ज्वल भविष्य को देखने की खुशी भी मिल सकेगी ।
अभ्युदय योजना का उद्देश्यः-
यूपी के छात्र छात्राओं को आईएएस, आईपीएस, पीसीएस, सीडीएस नीट, एनडीएस जैसी तमाम तैयारियां निशुल्क रूप से अभ्युदय योजना के अंतर्गत कराए जाने का निर्णय प्रदेश सरकार की तरफ से लिया गया है। ऐसे तमाम छात्र हैं जो सरकारी नौकरियों की तलाश में तैयारी के लिए भटकते रहते हैं और आर्थिक स्थिति मजबूत ना होने के चलते तैयारी नहीं कर पाते हैं। उन सभी को प्रदेश सरकार ने इस योजना के अंतर्गत निशुल्क कोचिंग व्यवस्था देकर उनके सपनों को नई उड़ान दिया है।
योजना की पात्रताःः-
इस योजना का लाभ लेनें के लिए आवेदक व अभ्यार्थी उत्तर प्रदेश का मूल निवासी होने अनिवार्य है। छात्र-छात्राएं दोनों इस योजना के लिए पात्र माने गए हैं, लेकिन उनके परिवार की स्थिति कमजोर श्रेणी में आती हो आवेदक कंपटीशन की तैयारी करने के लिए इच्छुक हो, इस योजना के लिए केवल ऑनलाइन ही आवेदन मान्य किया जाएगा।
अभ्युदय योजना पोर्टल पर अभ्युदय योजना में ऑनलाइन आवेदन स्वीकार किए जाएंगे और इस पोर्टल पर लगभग 500 आईएएस अधिकारी, IFS अधिकारी के 300 IPS अधिकारी 400 अलग-अलग विषयों के विशेषज्ञ इस पोर्टल पर मौजूद हैं। जो सिविल सेवा प्रतियोगियों के लिए एक अहम भूमिका निभाने का काम करेंगे, इसके लिए अलग-अलग समय पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा उपलब्ध रहती है।
अभ्युदय योजना के लिए जरुरी दस्तावेजः-
आधार कार्ड
राशन कार्ड
पासपोर्ट साइज फोटो
निवास प्रमाण पत्र
जन्म प्रमाण पत्र व तिथि
मोबाइल नंबर
ईमेल आईडी
अभ्युदय योजना में आवेदन व रजिस्ट्रेशन कैसे करेंः-
Abhyuday yojana mein Ragistration
उत्तर प्रदेश के जो भी छात्र इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं. मुफ्त कोचिंग करके तैयारी करना चाहते है प्रदेश के ऐसे सभी छात्र फ्री कोचिंग के जरिए अपनी तैयारी बेहतर कर सकते हैं, इसका लाभ लेने के लिए मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना पोर्टल पर इसका रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं, इस योजना की अधिकारिक वेबसाइट abhyuday.up.gov.in
आवेदन की तिथि के बाद अभ्युदय योजना में आवेदन स्वीकार नहीं किए जाएंगे।
जो भी छात्र पहले से फ्री कोचिंग का लाभ उठा रहे हैं उन सभी को आवेदन करने की आवश्यकता नहीं है।
जितने भी छात्र आवेदन की तिथि से पहले अपना पंजीकरण करेंगे उन्हें ही ऑनलाइन कक्षाओं में पंजीकृत किया जाएगा।
प्रदेश में मंडल स्तर मुख्यालयों पर सभी छात्र छात्राओं को निर्देशन के लिए फ्री कोचिंग संचालित कराई जा रही है
इसी के साथ उन्हें वर्चुअल तरीके से भी जोड़ा जा रहा है। जिससे छात्र घर पर भी कोचिंग प्राप्त कर सकते हैं। जो मंडल और मुख्यालय तक नहीं पहुंच सकते उन सभी के लिए ऑनलाइन माध्यम से भी पढ़ाई कराने की सुविधा प्रदान की गई है.
मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के अंतर्गत शुरुआत की गई कोचिंग संस्थाओं की तकनीकी सुविधाओं से परिपूर्ण और सर्वश्रेष्ठ फैसिलिटी के साथ शुरुआत किया गया है.
हर मंडल मुख्यालय पर युवाओं को मार्गदर्शन और कोचिंग के लिए उनको तैयार किया जाएगा।
मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना योजना में IPS आईपीएस IAS आईएएस IFS आईएफएस PCS पीएससी आदि द्वारा संस्थानों में कोचिंग प्रदान की जा रही है।
अभ्युदय योजना कोचिंग में प्रदान किए जाने वाले विषय विशेषज्ञ भी शामिल होंगे।
मेडिकल एवं इंजीनियरिंग की फ्री कोचिंग प्रदान करने के लिए इस क्षेत्र से जुड़कर शिक्षक छात्रों को उपलब्ध कराया जाएगा।
उत्तर प्रदेश का प्रत्येक छात्र अब मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के माध्यम से कोचिंग प्रदान कर सकेगा जिससे अपने उज्जवल भविष्य का निर्णय भी ले सकते है।
अब इस योजना के माध्यम से उत्तर प्रदेश के सभी छात्र छात्राओं का आत्मविश्वास आत्मनिर्भरता दोनों एक साथ बढ़ेगा।
अभ्युदय योजना के अंतर्गत प्रथम चरण में 18 मंडल मुख्यालयों को शामिल किया गया है।
अभ्युदय योजना के अंतर्गत e-platform के माध्यम से छात्र-छात्राओं को e-content प्रदान करने का काम भी किया जाता है।
इस प्लेटफार्म के माध्यम से कोचिंग छात्र छात्राओं को प्राप्त हो सकेगी जिसके जरिए उनको प्रश्नों के उत्तर मिल सकते हैं और वह प्रश्न अपना पूछ भी सकते हैं।
अभ्युदय योजना में पैनल डिस्कशन मैं शामिल होने की भी प्रक्रिया है।