मुरादाबाद:31/01/2024
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जनपद में सिविल लाइंस स्थित पुलिस लाइन में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के द्वारा किया गया है,छजलैट इलाके में हुई गोकशी की झूठी साजिश रचने वाले चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है,छजलैट पुलिस को साजिश कर्ताओं के द्वारा जानकारी दी गई थी, कुछ अज्ञात लोगों के द्वारा गोकशी की घटना को अंजाम दिया गया है, पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए मामले में मुकदमा दर्ज करते हुए जहां शुरू कर दी थी,छजलैट पुलिस ने जांच के दौरान बड़ा खुलासा किया है, पुलिस की जांच में यह खुलासा हुआ है 4 लोगो के द्वारा थाना अध्यक्ष पर अवैध कार्य करवाने के लिए दबाव बनाया जा रहा था, थाना प्रभारी के द्वारा अवैध कार्यों की अनुमति नहीं दी गई थी, जिससे आक्रोशित हुए संगठन कार्यकर्ता के द्वारा थाना अध्यक्ष को हटवाने के लिए साजिश रची थी, पुलिस ने साजिश का भंडाफोड़ करते हुए चार लोगों को गिरफ्तार किया है, पुलिस ने चारों गिरफ्तार करते हुए जेल भेज दिया है।
एसएसपी मुरादाबाद के द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया एसपी देहात और क्षेत्राधिकार कंठ के नेतृत्व में छजलैट की टीम के द्वारा चार लोगों की गिरफ्तारी की गई है, जिसमें एक शहाबुदीन, रमन चौधरी, मोनू बिश्नोई, राजीव चौधरी,16 तारीख को थाना छजलैट में एक घटना हुई थी,जिसमें कावड़ पथ पर एक गोवंश का सिर बरामद किया गया था, पुलिस ने पूरे प्रकरण में थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया था, उसके कुछ दिन बाद 28 तारीख में एक और घटना हुई थी, वहां पर भी एक गोवंश की हत्या कर दी गई थी, सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने कार्यवाही को अंजाम दिया था, पुलिस के द्वारा जब मामले में जांच की गई तो दोनों घटनाएं संदिग्ध प्रतीत हो रही थी, पुलिस को जब जानकारी मिली थी तो इस बात का शक हो रहा था यह घटना प्लानिंग के तहत की जा रही है, दोनों घटनाएं एक सी थी, पुलिस जब घटना स्थल पर पहुंची तो मौके पर कुछ सामान बरामद हुआ था, पुलिस के द्वारा जब मामले में जांच की गई तो जिस व्यक्ति से पूछताछ शुरू की गई तो उसने बताया उसका गांव की ही रहने वाले कुछ लोगों से रंजिश है, रंजिश की वजह से फसाने को लेकर झूठ सबूत पैदा किए गए हैं, पुलिस की जांच पड़ताल में रंजीत रखने वाले दो लोगों का नाम प्रकाश में आया था, जिसमें एक का नाम शहाबुद्दीन था और दूसरे व्यक्ति का नाम जमशेद है, इन दोनों व्यक्तियों के द्वारा अपने विपक्षी के लोगो को जेल भिजवाने के लिए साजिश रची गई थी, जिन लोगों को गिरफ्तार किया है, उनमें से तीन लोग थाना छजलैट और कांठ थाने में काम करने के लिए पुलिस पर दबाव बनाते रहते हैं, पुलिस के द्वारा जब इन लोगों की बात नहीं मानी गई, तो इन लोगों ने प्लानिंग की जिसमें नहीम को ₹2000 देकर कहीं से गोवंश का अवशेष लकार थाना छजलैट इलाके में रख दीजिए, जिससे थाना प्रभारी पर कार्यवाही हो जाए, एसएसपी थाना प्रभारी को हटा दें और नए थाना प्रभारी से दबाव बनाकर यह लोग अपने गलत काम को अंजाम दे सके,थाना प्रभारी पर कार्यवाही होने के बाद पुलिस हमारे दबाव में आ जाए, दूसरी बार भी पुलिस पर दबाव बनाने के लिए यही काम किया गया था, इस घटना में जमशेद और शहाबुद्दीन को यह बताया गया जिससे तुम्हारी दुश्मनी चल रही है उनका नाम ले दिया जाएगा, इसके बाद दूसरी वारदात को अंजाम देने के बाद फर्जी एविडेंस बनाए गए हैं, फर्जी एविडेंस बनाकर गाय का गला काटकर पुलिस को सूचना दी गई, जिन लोगों के द्वारा इस कार्य को करवाया गया व लोग मौके पर पहुंचे और मौके पर पहुंच कर पुलिस को सूचना दी गई, जो गाय की हत्या की गई थी वह विमला देवी के घर से चोरी की गई थी, पुलिस ने गोवंश की दो हत्याएं पहले से ही जांच में संदिग्ध प्राप्त हो रही थी, घटनाओं को अंजाम देकर आरोपियों ने खुद थाने के अंदर धरना प्रदर्शन कराया था,पुलिस को धरना प्रदर्शन के बाद यह बात समझ में आ रही थी यह साजिश हो सकती है, पुलिस ने साजिश समझते हुए काम किया था, इसके बाद पुलिस के हाथ बड़ी सफलता आई है पुलिस के हाथ बड़ी सफलता आई है,छजलैट पुलिस ने इस प्रकरण में 4 लोगो गिरफ्तारी की है, दो आरोपी ओर घटना में वंचित हैं, जिसमें जमशेद और नहींम है, जिन्होंने पहली वाली घटना को अंजाम किया था, दूसरी घटना में शहाबुद्दीन के साथ जो जमशेद है, जमशेद की गिरफ्तारी शेष है, फरार आरोपियों पर इनाम घोषित किया जा रहा है। पुलिस के द्वारा चारों आरोपियों को घटना में गिरफ्तार करते हुए जेल भेजा जा रहा है, इन चारों के ऊपर आईपीसी की धारा 120 बड़ाई गई है, इसके साथ ही 380,457,411,211 बढ़ते हुए चारों आरोपी को जेल भेजा जा रहा है।