एमएलसी पवन सिंह चौहान का सड़क से सदन तक का सफर

एमएलसी पवन सिंह चौहान का सड़क से सदन तक का सफर

17:1:2024

 

एमएलसी पवन सिंह चौहान का सड़क से सदन तक का सफर

लखनऊ के बीकेटी के निवासी पवन सिंह चौहान समय काफी संघर्षों भर रहा खुद तकलीफ सही व संघर्षों को झेला उन संघर्षों को अपने जीवन का रोड़ा नहीं बनने दिया, बल्कि संघर्षों का डटकर सामना किया और सफलता की ओर बढ़ते चले गए, अपने व्यक्तित्व और अपने संघर्षों व परिश्रम के जरिए बख्शी का तालाब के लोगों के लिए एक मिसाल के रूप में देखते है सुनिए सीतापुर से एमएलसी पवन सिंह चौहान का विधान सभा पहुंचने तक का सफर

MLC की आर्थिक तंगी का दौर

लखनऊ के बीकेटी निवासी पवन सिंह चौहान ने 5 लीटर दूध 2 लीटर शक्कर और ढाई सौ ग्राम चाय की पत्ती यह सिर्फ चाय बनाने की सामग्री नहीं यह तो उनकी सफलता की संजीवनी बूटी का काम कर गयी, आर्थिक तंगी के दिनों में लखनऊ के बख्शी का तालाब मैं चाय की दुकान लगाई तू यह धंधा चमक और जिंदगी ऐसी बदली की सफलताओं के झंडे करते चले और सफलताओं की फेहरिश्त में एक और कीर्तिमान जुड़ गया, यही वजह रही कि परिवार को चलाने की चुनौतियां भी खड़ी हो रही थी कक्षा 6 में ही थे, तो खेत में सब्जियां उगाते थे आर्थिक स्थिति का अंदाजा तो इसी से लगाया जा सकता है ऐसा भी वक्त था कि परिवार बाजार से सब्जियां न खरीद पाता था, खेत से सब्जियां तोड़ कर खुद बाजार में सब्जी बेचते व सब्जियों से लाभ हुआ तो बख्शी का तालाब में ही छप्पर के नीचे चाय की दुकान खोली इस दुकान ने जिंदगी बदल दी चाय को लोगों ने खूब पसंद किया लोगों की लाइन लगने लगी फिर उसके बाद कपड़ों की दुकान शुरू की कामयाबी भी अब कदम चूमने लगी वर्ष 2009 में ही पवन सिंह चौहान ने बख्शी का तालाब में शिक्षण संस्थान शुरु किया, अब वह भाजपा में शिक्षण संस्थान प्रकोष्ठ के सहसंयोजक भी हैं

स्कूल में फीस न चुका पाने पर बेंच पर किया गया खड़े 

बख्शी का तालाब में पवन सिंह चौहान की संघर्षों की कहानी यही नहीं थम रही थी स्कूल समय में जब फीस नहीं चुक पाती थी, तो उनको बेंच पर भी खड़ा होना पड़ता था, ऐसा एक बार नहीं ऐसा कई बार होता रहा लखनऊ आने जाने के लिए किराया नहीं होता था, तो इसी वजह से रेल लाइन के किनारे पैदल चलकर लोगों से मदद मांग कर लखनऊ तक पहुंचाने थे

MLC पवन सिंह चौहान सीतापुर के लिये नए नही है

यू ही पवन सिंह चौहान बख्शी का तालाब के लोगों के लिए हैं, लेकिन वह सीतापुर के लिए भी नए नहीं है, क्योंकि सीतापुर में भी वह अक्सर आयोजनों में शामिल हुआ करते थे, और इसी वजह से राजनीति में उनका भाजपा सरकार ने बतौर एमएलसी उम्मीदवार बना करके सीतापुर में चुनाव लड़ाया और उन्होंने जीत हासिल कर लिया

MLC

पवन सिंह चौहान लगातार अपने क्षेत्र की जनता के लिए रोजगार और तमाम तरह के स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन करते रहते हैं, और जो छात्र पढ़ाई में अच्छे हैं उनको योग्यता के अनुसार रोजगार माहिया करने का भी जिम्मा ले लेते हैं, अपने शिक्षण संस्थान के माध्यम से ऐसे तमाम बेरोजगार युवा है, जिनको पवन सिंह चौहान ने कहीं ना कहीं अपने साथ जोड़कर उनका रोजगार दिलाने का काम किया है, यह कहां जा सकता है कि जब उन्होंने खुद अपने बचपन में संघर्षो बहुत करीब से देखा है, इसलिए वह हर किसी की तकलीफ में सबसे पहले खड़े होकर के उसकी उम्मीद जगाने का काम जरूर करते हैं,

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