इटावा:01/02/2024
इटावा हजारों की संख्या में आशा, रसोइया कर्मचारी यूनियन उ०प्र०, द्वारा अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के लिए जिलाधिकरी को सौंपा ज्ञापन
इटावा हजारों की सँख्या में आशा बर्कर आशा सगनी एवं हमारी साथी सरकारी स्कूलों में कार्यरत मिड डे मील रसोइया द्वारा मुख्यमंत्री के लिए जिलाधिकारी को सौंपा ज्ञापन हम सरकारी व्यवस्था की सबसे नीचे की कड़ी है जो सरकार की जन कल्याणकारी स्कीमों को आमजन तक ले जाती है यही नहीं आठ करोड़ ई श्रम पंजीकृत में भी है जिनकी आय 2000 व 7000 है महगाई के इस दौरान में परिवार का तो क्या अपना अकेले का भी पेट भरना मुश्किल है निम्नलिखित मागे पूरी करने का अनुरोध करते है प्रोत्साहन राशि मजूर नहीं न्यूनतम वेतन प्रतिमाह 26 हजार कमी का दर्जा 10 हजार पैरान दो
- आशा,संगनियों से 33 प्रकार की मदों का कार्य लिया जाता है गुगतान मात्र 8 मदों का किया जाता है उन कार्यों को जमीनी स्तर पर लागू कराने के लिये विभाग की ओर से मानसिक और आर्थिक दबाव बनाया जाता है लगातार आशाओं और रसोइयों को काम से हटाने की धमकी दी जाती है उनके मासिक मानदेय में भी कटौती की जाती है।सभी आशा सगनियों का भुगतान करो
- ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन एवं मिड डे मील को स्थाई करो निजीकरण पर रोक लगाओ
- पल्स पोलियों के लिए 75 रु. प्रतिदिन के मिलते है सभी प्रोत्साहन राशि को तीन गुना करो
- ई श्रम पंजीकरण को सभी घोपित लाभ उपलब्ध कराओ
- रसोइया चन्द्रावती देवी की संख्या पर माननीय दृष्टि कोर्ट का निर्णय लागू करो
- 25 बच्चों पर एक रसोइया की नियुक्ति करो पालक व्यवस्था और हर वर्ष नवीनीकरण बन्द करो 8.रसोइयों को मई-जून का भुगतान के साथ पूरे 2 माह का मानदेय का भुगतान करो